DEO Korea Recruitment 2022 : जिला शिक्षा अधिकारी बैकुन्ठपुर जिला कोरिया के द्वारा स्पेशल एजुकेटर की कुल पद 05 पर भर्ती के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है, इच्छुक अभ्यर्थी दिनांक 05.08.2022 तक कार्यालयीन समय प्रातः 10.00 बजे से सायं 05:30 तक कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी बैकुन्ठपुर जिला कोरिया,बैकुन्ठपुर (छ0ग0) पिन 497335 के पते पर स्पीड पोस्ट/पंजीकृत डाक द्वारा भेज सकते है।

DEO Korea Recruitment 2022 : Notification Details
पदों के नाम –
- स्पेशल एजुकेटर
पदों की संख्या – 05 पद
आयु सीमा –
अभ्यर्थी की आयु 1 जनवरी 2022 की स्थिति में न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 35 वर्ष होनी चाहिए | साथ ही शासन द्वारा समय-समय पर आयु सीमा में छूट के प्रावधान लागू रहेंगे। उम्र की पुष्टि हेतु 10वीं की अंकसूची की सत्यापित प्रति आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना अनिवार्य है।
शैक्षणिक योग्यता –
- स्नातकोत्तर के साथ बी.एड. (विशेष शिक्षा) में अथवा बी.एड. (सामान्य) के साथ 2 साल का डिप्लोमा (विशेष शिक्षा) में।
- वेतनमान – 20,000/-
महत्वपूर्ण तिथियाँ –
- आवेदन प्रारंभ : 21-07-2022
- अंतिम तिथि : 05-08-2022

चयन प्रक्रिया –
1. अभ्यर्थियों से प्राप्त आवेदनों का निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक अर्हता के आधार पर पात्र/अपात्र की सूची जारी कर दावा-आपत्ति उपरांत अंतिम मेरिट सूची के आधार पर अंतिम चयन किया जावेगा।
2. चयन प्रक्रिया समान अंक होने की स्थिति में अधिक उम्र वाले अभ्यर्थी का चयन किया जावेगा।
3. प्रतीक्षा सूची की वैधता चयन सूची जारी होने के दिनांक से 01 वर्ष के लिए वैध होगी।
4. चयन के संबंध में कलेक्टर एवं पदेन जिला मिशन संचालक का निर्णय अंतिम एवं सर्व मान्य होगा
कार्य दायित्व –
1. विकासखण्ड में चिन्हांकित विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की सूची एवं केस स्टडी, विकासखण्ड संसाधन स्त्रोत केन्द्र मे सुनियोजित तरीके से संधारित करना।
2. विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को थैरेपी प्रदान करना।
3. विकासखण्ड संसाधन स्त्रोत केन्द्रों में थैरेपी के लिए प्रयुक्त सहायक सामग्री एवं उपकरणों के उपयोग का संपूर्ण दायित्व वहन करना।
4. संसाधन केन्द्रों में थैरेपी के लिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का बी.आर.पी. के सहयोग से संसाधन स्त्रोत केन्द्रों तक पहुंच बनाने में सहयोग करना/पालको के साथ काउसलिंग करना, अभिभावाको को प्रेरित व मार्गदर्शन प्रदान करना।
5. आवश्यकतानुसार अन्य विकासखण्डों में भी विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को थैरेपी प्रदान करना।